THE 2-MINUTE RULE FOR NEERAJ CHOPRA BIOGRAPHY IN HINDI

The 2-Minute Rule for Neeraj Chopra Biography in Hindi

The 2-Minute Rule for Neeraj Chopra Biography in Hindi

Blog Article

नीरज चोपड़ा ने अपने लव स्टोरी के बारे में कभी भी किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया है।

लुसाने डायमंड लीग में नीरज ने कितनी दूरी का थ्रो फेंका हैं?

समझ लेना सफलता का नया इतिहास रचने वाला है।

इनके परिवार में कुल पांच भाई बहन है जिनमें नीरज सबसे बड़े है। इनकी दो बहने भी है अपने छोटे भाई बहनों के अलावा गांव के कुछ अन्य लड़कों को अपने गांव में नीरज अक्सर जैवलिन थ्रो की ट्रेनिंग देते हैं।

ये उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति ही थी जो उन्हें ओलिंपिक में मेडल दिला पाई। आज नीरज का नाम हर बच्चें की जुबान पर एक रोल मॉडल की तरह चढ़ चुका है।  

लवलीना बोरगोहेन (भारतीय मुक्केबाज) की जीवनी

नीरज चोपड़ा की वर्तमान में विश्‍व रैंकिंग जैवलिन check here थ्रो की कैटेगरी में चौथे स्‍थान पर हैं। इसके अलावा वे कई मैडल एवं पुरस्‍कार भी जीत चुके हैं। भाविना पटेल पोलियो हाने के बाद भी पैरा ओलंपिक खेल में टेबल टेनिस में रजत पदक हासिल करने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं।

[23] He concluded third in the district championships, and persuaded his family to let him practice for the SAI centre to hone his skills.[23] just after training beneath Choudhary for a 12 months, the 13-12 months-previous Chopra moved to educate for the Tau Devi Lal Stadium in Panchkula, one of many only two services in Haryana which has a synthetic runway. As the facility lacked a specialised javelin mentor, he qualified beneath Naseem Ahmad, a jogging mentor.[21]

स्वर्ण पदक जीतने के बाद सरकार ने कि पुरस्कार की बारिश

भारत-पाकिस्तान मैच में भिड़े खिलाड़ी, अशरफ ने जुगराज पर जानबूझकर किया हमला

सफल थ्रो के बाद नीरज ने ग्राउंड पर ही झुककर सभी दर्शकों और प्रशंसकों का अभिवादन किया

विस्फोटक आलराउंडर हार्दिक पंड्या के संघर्ष और सफलता की गाथा

नीरज बताते हैं कि बचपन में वे थोड़े मोठे थे। इस कारण स्थानीय बच्चे उन्हें चिढ़ाते थे।

विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

Report this page